11 दिसंबर 2009, लालगंज (रायबरेली): कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी आज दिवंगत अभिषेक जयसवाल के घर पहुंची और उसके परिवारजनों को सांत्वना दी।
घर में लगी आग को बुझाने के दौरान अभिषेक जयसवाल घायल हो गया था और पिछले माह 11 नवंबर को अस्पताल में उसकी मौत हो गई। अभिषेक जयसवाल ने रायबरेली में बाल कांग्रेस की स्थापना की थी और उसने सैकड़ों बच्चों को अपने संगठन से जोड़ा था। पिछले लोकसभा चुनाव से पहले जब प्रियंका गांधी का एक रायबरेली दौरा हुआ था तो अभिषेक जयसवाल ’प्रियंका गांधी जिंदाबाद’ के नारे लगा रहा था और प्रियंका गांधी की निगाह उस पर पड़ी थी। प्रियंका गांधी को अपनी दादी इंदिरा गांधी द्वारा आजादी के आंदोलन के वक्त बनाई गई बानर सेना की याद आ गई और उन्होने अभिषेक की हौसला अफजाई भी की थी। अभिषेक ने जब उनसे कहा कि उसके संगठन में सौ के करीब बच्चे हैं तो उन्होने अभिषेक को अपने दोनों बच्चों को भी बाल कांग्रेस में शामिल करने के लिए भी कहा था।
कांग्रेस अध्यक्ष ने जब अभिषेक की बहन रेशमा के सिर पर अपना हाथ रखा तो वह फफक कर रोने लगी। एक क्षण के लिए सोनिया गांधी भी भावुक हुए बिना नहीं रह सकीं। अभिषेक के परिवारवालों ने उन्हे जिला अस्पताल की बदहाली और डॉक्टरों की लापरवाही के बारे में भी बताया। कांग्रेस अध्यक्ष ने अभिषेक के परिवारवालों का ढाढ़स बंधाया और कहा कि अभिषेक उनके परिवार का हिस्सा था और अब परिवार के लोगों की देखभाल की जिम्मेवारी उनकी है।
कांग्रेस अध्यक्ष, बहाई गांव के अब्दुल बारी के घर भी पहुंची। अब्दुल बारी के 22 वर्षीय नाती शानू की चार माह पहले एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। कांग्रेस अध्यक्ष ने बारी परिवार के साथ शानू की मौत पर सहानूभूति जताई। ये वहीं शानू था जिसने प्रियंका गांधी से मिलकर बहाई हाल्ट पर रेलगाड़ी रुकवाने की मांग की थी जो बाद में पूरी की गई। कांग्रेस अध्यक्ष शानू की तस्वीर भी अपने साथ ले गई।